Bhagwad Gita Anmol Vichar in Hindi – Quotes – Motivational Thoughts

  1. Bhagwat Gita Quotes Wallpapers Suvichar Anmol Vachan Picture Images Setting aside all noble deeds, just surrender completely to the will of God. I shall liberate you from all sins. Do not grieve.
    सभी अच्छे काम छोड़ कर बस भगवान में पूर्ण रूप से समर्पित हो जाओ. मैं तुम्हे सभी पापों से मुक्त कर दूंगा. शोक मत करो.
  2. Much better to do one’s own work even if you have to do it imperfectly than it is to do somebody elses work perfectly.
    किसी और का काम पूर्णता से करने से कहीं अच्छा है कि अपना काम करें , भले ही उसे अपूर्णता से करना पड़े.
  3. I give the knowledge, to those who are ever united with Me and lovingly adore Me.
    मैं उन्हें ज्ञान देता हूँ जो सदा मुझसे जुड़े रहते हैं और जो मुझसे प्रेम करते हैं.
  4. I look upon all creatures equally; none are less dear to me and none more dear. But those who worship me with love live in me, and I come to life in them.
    मैं सभी प्राणियों को सामान रूप से देखता हूँ; ना कोई मुझे कम प्रिय है ना अधिक. लेकिन जो मेरी प्रेमपूर्वक आराधना करते हैं वो मेरे भीतर रहते हैं और मैं उनके जीवन में आता हूँ.
  5. A Self-realized person does not depend on anybody except God for anything.
    प्रबुद्ध व्यक्ति सिवाय ईश्वर के किसी और पर निर्भर नहीं करता.
  6. One attains the eternal imperishable abode by My grace, even while doing all duties, just by taking refuge in Me.
    मेरी कृपा से कोई सभी कर्तव्यों का निर्वाह करते हुए भी बस मेरी शरण में आकर अनंत अविनाशी निवास को प्राप्त करता है.
  7. Only the fortunate warriors, O Arjuna, get such an opportunity for an unsought war that is like an open door to heaven.
    हे अर्जुन, केवल भाग्यशाली योद्धा ही ऐसा युद्ध लड़ने का अवसर पाते हैं जो स्वर्ग के द्वार के सामान है.
  8. God is in everything as well as above everything.
    भगवान प्रत्येक वस्तु में है और सबके ऊपर भी.
  9. The wise do not rejoice in sensual pleasures.
    बुद्धिमान व्यक्ति कामुक सुख में आनंद नहीं लेता.
  10. Neither do I see the beginning nor the middle nor the end of Your Universal Form.
    आपके सार्वलौकिक रूप का मुझे न प्रारंभ न मध्य न अंत दिखाई दे रहा है.


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