Hindi Poem by Harivansh Rai Bachchan, Good Hindi Poems, Hindi Poetry

जीवन में एक सितारा था माना बेहद वो प्यारा था यह डूब गया तो डूब गया अम्बर के आनन को देखो कितने इसके तारें टूटे कितने इसके प्यारे छूटे जो छुट गए फिर कहा मिले पर बोलो टूटे तारो पर कब अम्बर शोक मनाता हैं जो बीत गई सो बात गई

Continue Reading