- “किसी भी प्रकार की अवस्था में सर्वप्रथम माता का भरण-पोषण करना चाहिए – चाणक्य “In any kind of situation, one must take care of mother’s maintenance first. Chanakya
- “झूठे वचन अथवा दुर्वचन लम्बे सम
य तक स्मरण रहते है । चाणक्य””False words or abuse is remembered for a long time. Chanakya “ - “शास्त्रों के ज्ञान से इन्द्रियों को वश में किया जा सकता है – चाणक्य” “With the knowledge of shastras, one can control his nerves. Chanakya”
- “जो जिसके मन में है, वह उससे दूर रह कर भी दूर नहीं है और जो जिसके मन में नहीं है, वह उसके समीप रह कर भी दूर है I चाणक्य””That he has in mind, he is not faraway from it even living faraway from it. That he has not in mind, he is faraway from it even living close to it.
- “पृथ्वी पर केवल तीन ही रत्न हैं — जल, अन्न और मधुर वचन ! बुद्धिमान व्यक्ति इनकी समझ रखते है, पर मुर्ख लोग पत्थर के टुकड़ों को ही रत्न समझते हैं I चाणक्य” “There are only three gems on earth – water, food and sweet words! The wise man understands this, but fool people understand stone pieces as gems. Chanakya”
- “बुद्धिमान व्यक्ति का कोई भी शत्रु नहीं होता- चाणक्य “”
Intelligent Man has no enemies. - “विषहीन सांप को भी अपना फन फैलाकर फुफकार करनी चाहिए और डराना चाहिए I यदि वह ऐसा नहीं करेगा तो अपना बचाव नहीं कर पाएगा I चाणक्य””A Snake without poison should act like a poisonous snake and should scare enemies, if he does not do this then he will be unable to safeguard himself. Chanakya”
- “दुष्टों और काँटों से बचने के केवल दो ही उपाय हैं, जूतों से उन्हें कुचल डालना यां उनसे दूर रहना । चाणक्य”“There are only two ways to avoid evil and thorns, crush them with shoes or stay away from them. Chanakya”
2 Comments
mujhe ghumne ana h kese aau
मुझे सुविचार, सुप्रभात, स्प्रुचुयल चित्र अधिक प्रिय हैं ।