75 साल की उस बुढ़िया माँ का वजन लगभग 40 किलो होगा !!
आज जब तबियत बिगड़ने पर वो डॉक्टर को दिखाने गयी !!
डॉक्टर ने कहा ‘ माताजी आप हेल्थ का ख्याल रखिये !! आप का वजन जरूरत से ज्यादा कम है !! आप खाने में जूस, सलाद , दूध , फल , घी , मेवा और हेल्थी फ़ूड लिजियें !! नहीं तो आपकी सेहत दिनों दिन गिरती जायेगी और हालत नाजुक हो जायेंगे!! ‘
उसने भारी मन से डॉक्टर की बात को सुना और बाहर निकल कर सोचने लगी, इतनी महंगाई में ये सब कहाँ से आएगा……???
और पिछले पचास सालों में, फ्रूट, घी , मेवा घर में लाया कौन है….???
बहुत ही मामूली पेंसन से जो थोडा बहुत पैसा मिलता है उससे घर के जरुरी सामान तो पति ले आतें है, लेकिन फल, जूस, हरी सब्जी, ये सब पति ने कभी ला कर नहीं दिया,….और खुद भी कभी ये सब खरीदने की हिम्मत नहीं कर सकी….क्यूंकि जब भी मन करता कुछ खाने का, खाली पर्स हमेशा मुंह चिढाने लगता….
नागपुर (विदर्भ) जैसे शहर में … मामूली सी नौकरी में और जिंदगी की गहमागहमी में सारी जमा पूंजी, पति का PF , घर की सारी अमानत , संपदा, गहने जेवर सब एक बेटे और दो बेटियों की परवरिश , पढाई लिखाई शादी में में सब कुछ खत्म हो गया…
दूर दिल्ली में रह रहा एक बहुत बड़ी कंपनी में मैनेजर और मोटी तनख्वाह उठा रहा बेटा भी तो खर्चे के नाम पर सिर्फ पांच सौ रुपये देता है…वो भी महीने के….. बेटियों से अपने दुःख माँ ने सदा छुपाये है…उन्हें कभी अपने गमो में शामिल नहीं किया…आखिर ससुराल वाले क्या सोचेंगे…..???
अब बेटे के भेजे इन पांच सौं रुपये में बूढ़े माँ बाप तन ढके या मन की करें ?????
उसने सोचा चलो एक बार बेटे को डॉक्टर की रिपोर्ट बता दी जाए..
उसने बेटे को फ़ोन किया और कहा – बेटा डॉक्टर ने बताया है की विटामिन, खून की की कमी , कमजोरी से से चक्कर आये थे….इसी लिए खाने में सलाद, जूस, फ्रूट, दूध , फल , घी , मेवा लेना शुरू करो !!
बेटा – “माँ आप को जो खाना है खाओ , डॉक्टर की बात ना मानों…. !!”
माँ ने कहा – बेटा, थोड़े पैसे अगर भेज देता तो ठीक रहता….. !!
बेटा – ” माँ इस माह मेरा बहुत खर्चा हो रहा है, कल ही तेरी पोती को मैंने फिटनेस जिम जोईन कराया है, तुझे तो पता ही है, वो कितनी मोटी हो रही है, इसी लिए जिम जोईन कराया है…….उसके महीने के सात हजार रुपये लगेंगे…………..जिसमे उसका वजन, चार किलो हर माह कम कराया जाएगा….. और कम से कम पांच माह तो उसे भेजना ही होगा…….पैंतीस हजार का ये खर्चा बैठे बिठाये आ गया….अब जरुरी भी तो है ये खर्चा…!!
आखिर दो तीन साल में इसकी शादी करनी है और आज कल मोटी लड़कियां, पसंद कोई करता नहीं…..!! ”
माँ ने कहा – ” हाँ बेटा ये तो जरुरी था…..कोई बात नहीं वैसे भी डॉक्टर लोग तो ऐसे ही कुछ भी कहतें रहते है…..चक्कर तो गर्मी की वजह से आ गयें होंगे, वरना इतने सालों में तो कभी ऐसा नहीं हुआ…..खाना तो हमेशा से यही खा रही हूँ मैं…!!!”
बेटा – “हाँ माँ…..अच्छा माँ अभी मैं फोन रखता हूँ ….बेटी के लिए डाइट चार्ट ले जाना है और कुछ जूस, फ्रूट और डायट फ़ूड भी ….आप अपना ख्याल रखना !!”
फोन कट गया….
माँ ने एक ग्लास पानी पिया…
और साडी पर फोल लगाने मे लग गयी….
एक साड़ी में फोल लगाने के माँ को पन्द्रह रुपये मिलेंगे….इन रुपयों से माँ आज गणेश पूजा के लिए बाजार से लड्डू खरीदेंगी….आज गणेश चतुर्थी जो है !!
माँ के पास आज साड़ी में फोल लगाने के तीन आर्डर है…माँ ने मन ही मन श्री गणेश का शुक्रिया अदा किया क्यूंकि आज वो आधा किलो लड्डू खरीद ही लेंगी गणेश जी की पूजा के लिए इन पैसो से …और मन ही मन अपने बेटे की सुखी और समृद्ध जिंदगी के लिए प्रभु श्री गणेश से प्रार्थना भी की!!
3 Comments
UF KITNI DARDNAK KAHANI H SACH ME AAJ KI YUVA PIDI AAGE BADNE KI RACE MAI APNO KO HI BHUL JATI H VO MA BAP JINKI VAJAH SE VO ITNI UNCHANYON PE PAHUNCHTE H UNHE HI BHUL JATE H AISA BILKUL NAHI KARNA CHAHIYE AAKHIR KAL AAP BHI TO BHUDHE HO SAKTE HO AAPKE SATH BHI AISA HO SAKTA H
Nice Very Nice Hum Unhe Bhul Jate He Jiski Vajah se Ham He Vo Na Hote To Ham Khan se Hote
Dear frnds ye karmo ka len den hota hai. Us admi ka len den mata ke sath khatm ho gya hoga. Aage uske bachho ke sath len den hoga. Us mata ne pichle janm mein kuch aise karm kiye honge jiski saza is janm mein mil rahi hai.