Happiness Thoughts in Hindi – Hindi Thoughts, Anmol Vachan

प्रसन्नचित्त मनुष्य अधिक जीते हैं | ~ शेक्सपियर प्रसन्न करने का उपाय है, स्वयं प्रसन्न रहना। हर्ष के साथ शोक और भय इस प्रकार लगे हैं जैसे प्रकाश के संग छाया, सच्चा सुखी वही है जिसकी दृष्टि में दोनों समान हैं| ~ धम्मपद प्रसन्नता बसन्त की तरह, ह्रदय की सब कलियां खिला देती है | ~ जीनपॉल जो व्यक्ति सभी को खुश रखना चाहेगा, वह किसी को खुश नहीं रख सकता |

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